हमारे बच्चे पतंग नहीं उड़ाते दोस्त
लंबी लकडियाँ लेके माँझा लूटते है
फालतू बातों में वक्त नहीं गँवाते
हमारे बच्चे स्कूल नहीं जाते
चाय की दूकान पे बर्तन घिसते हैं
ईंट के भट्ठों पे मजूरी करते हैं
हमारे बच्चे मर मर के पैसे कमाते हैं
हमारे बच्चे समझदार बहुत हैं
हमारे बच्चे
बस देखते है ललचाई नजरों से नूडल्स बर्गर की तरफ
भूले से भी कभी मांगते नहीं हैं
हमारे बच्चे उम्र से पहले ही बड़े हो जाते हैं
खिलौनों की कीमत दूर से ही परख लेते हैं
और बाप की जेब की भी औकात भांप जाते हैं
हमारे बच्चे समझदार बहुत हैं
रजाई फटी है तो घुटनों में सर दे लो
दूध से ज़्यादा मज़ा तो चाय में आता है
रबड़ की चप्पल ही बढ़िया होती है
जूते में तो पाँव घुटा सा रहता है
स्कूल जा के भी क्या होगा जानते हैं
नए कपडे और उतरन में फर्क थोड़ी होता है
बस शुरू शुरू में ज़रा मार खाते हैं
फ़िर बहुत जल्दी चीज़ों को सीख जाते हैं
हमारे बच्चों को लड़ना हो तो आपस ही में लड़ते हैं
ये थोड़ी कि और को कसूर दे दें
गर ना बस चले और किसी पे कोई
किसी कुत्ते या किसी दीवार पे पत्थर मारो
अपने ही नाखून चबा लो और चुप कर रहो
गाली दो भाग जाओ और छुप कर रहो
लड़ना हमारे बच्चों की आदत ही नहीं
हमारे बच्चे बहुत समझदार है दोस्त
--- सुरमीत मावी
लंबी लकडियाँ लेके माँझा लूटते है
फालतू बातों में वक्त नहीं गँवाते
हमारे बच्चे स्कूल नहीं जाते
चाय की दूकान पे बर्तन घिसते हैं
ईंट के भट्ठों पे मजूरी करते हैं
हमारे बच्चे मर मर के पैसे कमाते हैं
हमारे बच्चे समझदार बहुत हैं
हमारे बच्चे
बस देखते है ललचाई नजरों से नूडल्स बर्गर की तरफ
भूले से भी कभी मांगते नहीं हैं
हमारे बच्चे उम्र से पहले ही बड़े हो जाते हैं
खिलौनों की कीमत दूर से ही परख लेते हैं
और बाप की जेब की भी औकात भांप जाते हैं
हमारे बच्चे समझदार बहुत हैं
रजाई फटी है तो घुटनों में सर दे लो
दूध से ज़्यादा मज़ा तो चाय में आता है
रबड़ की चप्पल ही बढ़िया होती है
जूते में तो पाँव घुटा सा रहता है
स्कूल जा के भी क्या होगा जानते हैं
नए कपडे और उतरन में फर्क थोड़ी होता है
बस शुरू शुरू में ज़रा मार खाते हैं
फ़िर बहुत जल्दी चीज़ों को सीख जाते हैं
हमारे बच्चों को लड़ना हो तो आपस ही में लड़ते हैं
ये थोड़ी कि और को कसूर दे दें
गर ना बस चले और किसी पे कोई
किसी कुत्ते या किसी दीवार पे पत्थर मारो
अपने ही नाखून चबा लो और चुप कर रहो
गाली दो भाग जाओ और छुप कर रहो
लड़ना हमारे बच्चों की आदत ही नहीं
हमारे बच्चे बहुत समझदार है दोस्त
--- सुरमीत मावी
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